Friday, October 18th, 2024

लोन नहीं चुका पा रहे हैं? इन 5 तरीकों से मिलेगी राहत

कर्ज़ चुकाने में कठिनाई का सामना करना एक तनावपूर्ण स्थिति हो सकती है, खासकर जब रिकवरी एजेंट घर या दफ्तर आकर परेशान करते हैं। पर्सनल लोन के मामलों में यह समस्या और भी गंभीर हो जाती है क्योंकि ये अनसिक्योर्ड होते हैं और इन पर ब्याज दरें भी अधिक होती हैं। अगर आप समय पर कर्ज़ नहीं चुका पा रहे हैं, तो बैंक पहले जुर्माना लगाते हैं, और फिर रिकवरी एजेंट आपको परेशान करते हैं। लेकिन घबराने की जरूरत नहीं है, भारतीय रिज़र्व बैंक के मुताबिक लोन लेने वालों के भी कुछ अधिकार होते हैं। यहां कुछ तरीके बताए जा रहे हैं जिनसे आपको राहत मिल सकती है:

1. बैंक से संवाद करें

अगर आपकी आर्थिक स्थिति खराब है और आप लोन की ईएमआई नहीं चुका पा रहे हैं, तो सबसे पहले उस बैंक से बात करें जहां से आपने लोन लिया है। अगर आपने NBFC (जैसे कि Bajaj Finserv, Tata Capital, Kreditbee, Navi Finserv आदि) से लोन लिया है, तो उनके कस्टमर केयर से संपर्क करें। उन्हें अपनी मौजूदा आर्थिक स्थिति के बारे में बताएं और कुछ समय की मांग करें ताकि आप ईएमआई चुका सकें। इस संवाद को लिखित में दर्ज कराना भी फायदेमंद रहेगा, जिससे आपके पास इसका प्रमाण होगा। इसके लिए ईमेल का उपयोग करना अच्छा विकल्प हो सकता है।

2. लोन रीस्ट्रक्चरिंग कराएं

आप बैंक से लोन की बची हुई राशि को रीस्ट्रक्चर करवाने की मांग कर सकते हैं। इससे आपकी मासिक ईएमआई कम हो जाएगी, हालांकि लोन चुकाने का कुल समय बढ़ जाएगा। रीस्ट्रक्चरिंग से बैंक को भी फायदा होता है क्योंकि उन्हें पहले से ज्यादा राशि मिलती है। इसलिए ज्यादातर बैंक इस अनुरोध को स्वीकार कर लेते हैं।

3. जुर्माने में छूट की मांग करें

अगर आपने 2-3 महीने से ज्यादा समय तक लोन की ईएमआई नहीं चुकाई है, तो बैंक द्वारा लगाया गया जुर्माना काफी हो सकता है। अगर आपके पास इस दौरान फंड का इंतजाम हो गया है, तो आप बैंक से जुर्माने में छूट की मांग कर सकते हैं। कई बार बैंक इस जुर्माने को हटा भी देते हैं।

4. बैलेंस ट्रांसफर करवाएं

दूसरे बैंक से संपर्क करें और बैलेंस ट्रांसफर के विकल्प पर विचार करें। कई बैंक ऐसे होते हैं जो आपके मौजूदा लोन को चुकाने के लिए नया लोन ऑफर करते हैं। यह लोन अक्सर आपके मौजूदा लोन से ज्यादा होता है। उदाहरण के लिए, अगर आपके पास 3 लाख रुपये का बकाया है, तो दूसरा बैंक आपको 5 लाख रुपये का लोन दे सकता है। इससे पहले वाले बैंक की बाकी राशि का भुगतान कर दिया जाता है और शेष राशि आपके खाते में जमा हो जाती है। इससे आपकी आर्थिक स्थिति को मजबूती मिल सकती है, हालांकि इससे आपकी ईएमआई बढ़ सकती है।

5. लोन का सेटलमेंट करवाएं

अगर आप लोन पूरी तरह से चुकाने में असमर्थ हैं, तो आप बैंक से लोन का सेटलमेंट करने की बात कर सकते हैं। सेटलमेंट प्रक्रिया में बैंक आपके लोन की पूरी बची हुई राशि नहीं लेता, बल्कि शेष राशि का कुछ हिस्सा लेकर लोन बंद कर देता है। कितनी राशि चुकानी होगी, यह बैंक और लोन लेने वाले के बीच की बातचीत पर निर्भर करता है। कभी-कभी शेष राशि का केवल 15% देकर भी सेटलमेंट हो सकता है। लेकिन ध्यान रखें, सेटलमेंट करने से आपका सिबिल स्कोर प्रभावित हो सकता है।